मंगलवार, मई 14, 2019

खुद से सवाल ...


कोण हूँ में ? इंसान हूँ या जानवर ?
जानवर जैसा दिखता नहीं
इंसान जैसे दिखता हूँ
इंसानों में रहकर जानवर जैसे रहता हूँ

क्या हूँ में ? इंसान हूँ या पत्थर हूँ में ?
पत्थर जैसे दिखता नहीं ,
फिर भी पत्थर दिल हूँ में

कहाँ से आया हूँ में ?
इंसानों की बस्ती में पैदा हुआ हूँ ,
फिर भी इंसानों जैसा नहीं हूँ में ,

क्या कर रहा हूँ में ?
जी तो बचपन से रहा हूँ ,
किसी के लिए कुछ भी नहीं कर रहा ,

कैसा हूँ में ?
अच्छे लोगों के साथ रहकर भी बुरा हूँ में ,
प्यार करने वालों के साथ भी ,
बुरा करने वाला हूँ में |

क्या बनना हैं मुझे ?
फूलों में रहकर ,
कीचड़ से उभरा हुआ कमल बनना चाहता हूँ |
लोगों की ख़ुशी में नहीं ,
कीचड़ जैसे दुःख में साथ देना चाहता हूँ |

क्यों जी रहा हूँ ?
हर उस परेशानी का सामना करने के लिए ,
जिससे में हार गया |
हर उसके दिल में रहना चाहता हूँ ,
जो नफ़रत करते हैं दूसरों से |

                                    - मोहनकुमार उगले


















13 टिप्‍पणियां:

  1. Sach kaha sir ,


    Mujhe bhi aise hi saval pad ate hair..

    Mujhe bahot hi pas and aai...

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